साईंयां ! मैनूं अपनी बना,
आ चरणीं ला|
1. मैं भोली जही, तेरी गोली जही,
मैनूं अपणी बना, बस चरणी ला|
2. तेरी आस करां, इक प्यास रखां ,
दर दर ना फिरां, तेरे दर ते बहां|
3. मन टुट ना जाए, लौ छुट ना जाए,
फड़ीं मेरी बाँह, मैनूं पार लगा|
4. इको नाम जपां, हर साह विच लां,
नित-नित गावाँ, तेरा नाम ध्यावाँ,
मैं अमृत पीवाँ, हाय ओ जीवां|