Bhajan
मन तुम भजन करो जग आइ के । टेक दुर्लभ साज मुक्ति की देहि भूले माया...
भाई रे दुइ जगदीश कहाँ ते आया कहु कौने बौराया । अल्लाह राम करीमा केशव हरि...
भरम में भूल रहा संसार । टेक साँच वस्तु कैसे के पावै माने नहिं इतबार ।...
भजु मन राम उमरि रहि थोड़ी । टेक चारि जने मिलि लेन को आये लिये काठ...
भजु मन जीवन नाम बसेरा । टेक सुंदर देह देखि जनि भूली झपट लेत जस बाज...
भजन बिन बावरे तूने हीरा जनम गँवाया । टेक कभी न बैठा साधु संग में कभी...
भजन बिन तीनों पन बिगड़े । चेतो रे नर जीवन थोड़ा काल करत झगड़े । टेक...
भजन बिन ऐसो होत बड़े । टेक तीन हाथ की लम्बी घेंचै खीसै दाँत कढ़े ।...
भजन करु भजन करु भजन करु राम का भजन है सोई जो राम रीझै । १...
भजन कर बीती जात घरी । टेक जग में आया हवा जब लागी माया अमल करी...
भजन कर जग में जीवन सार । टेक नर देही का गर्ब न कीजै जर बर...
भजन कब करिहौ जनम सिरान । टेक गर्भवास में बहु दुख पायो बाहर आय भुलान ।...